1. (१) आपतित प्रकाश को वस्तु तक सीधे पहुँचने से रोक दिया जाता है। 2. (१) आपतित प्रकाश को वस्तु तक सीधे पहुँचने से रोक दिया जाता है। 3. अत: इससे प्राप्त समतल, ध्रुवित प्रकाश आपतित प्रकाश के ही रंग का होता है। 4. अत: इससे प्राप्त समतल, ध्रुवित प्रकाश आपतित प्रकाश के ही रंग का होता है। 5. तारे (पुतली को छोटा बड़ा कर यही आपतित प्रकाश का विनियमन karti है । 6. इसका कारण यह है कि इस प्रकार के आपतित प्रकाश में परस्पर समकोणिक, किंतु भिन्न आयामों ( 7. हो जाता है और पारगमित प्रकाश का लोप हो जाता है, चाहे आपतित प्रकाश के आयाम का मान ( 8. इस फोटोसेल के परिपथ में एक विद्युद्वारा उत्पन्न होती है जिसमें फोटोसेल पर आपतित प्रकाश की तीव्रता के अनुरूप परिवर्तन होता है। 9. इस फोटोसेल के परिपथ में एक विद्युद्वारा उत्पन्न होती है जिसमें फोटोसेल पर आपतित प्रकाश की तीव्रता के अनुरूप परिवर्तन होता है। 10. एक ऐसे आपतन कोण, जिसे क्रांतिक कोण कहते हैं, पर आपतित प्रकाश की किरण सघन माध्यम से बाहर न निकलकर उसी माध्यम में ही परावर्तित हो जाती है।